आज मिलो या कल या कभी नही
अब सब मिल रहा है बस तुम्ही नहीविश्वास जितना जरूरी तो कुछ भी नहीहाँ जरूरी हो पर उतना तो तुम भी नहीएक मशवरा है मेरा भी इस जमाने सेगलत न करो! करो या कुछ भी नहीदेखना हो वही जो दिख रहा हो नहीहिल-डुल कर देखो दिखेगा बिल्कुल वहीतुम
No comments:
Post a Comment