कंपकंपाती ठण्ड के मौसम में अपना ख्याल_ रखिये
सड़कों के किनारे बेजुबान पशुओं की देखभाल_करिये,
जिंदगी अनमोल है उन बेबसों की भी हमारी _तरह
हो सके तो अपनी तरफ से उनको भी सम्भाल _रखिये।
आज मिलो या कल या कभी नही
अब सब मिल रहा है बस तुम्ही नहीविश्वास जितना जरूरी तो कुछ भी नहीहाँ जरूरी हो पर उतना तो तुम भी नहीएक मशवरा है मेरा भी इस जमाने सेगलत न करो! करो या कुछ भी नहीदेखना हो वही जो दिख रहा हो नहीहिल-डुल कर देखो दिखेगा बिल्कुल वहीतुम