1.मुझमे वही सही है
जो औरों में नही है
हिन्दू हूँ गर्व है मुझे परमुस्लिम से तकलीफ नही है
2.ये जो सूरज क्षितिज पर दिख रहा हैसमर्पण है या फिर दिन निकल रहा हैजख़्म चाहे जैसा हो भर ही जाता हैंतेरा दिया जख़्म कुछ ज्यादा ही भर रहा है
3.सारे किस्से पूरे और चाहे कहानी अधूरी होहम उसके रहे ताउम्र वो सिर्फ हमारी होसांस आये जितनी बार दिल तक मेरेउतनी बार उसका मुझसे मिलना जरूरी हो
4.वो है सही या गलत ये सब भी बताये वहीइतना भी भरोसा किसी पे न आये कभीसूखा हुआ दरख्त हूँ पानी के बिना मैंतुम दरिया हो तो भी मेरे लिए कुछ भी नही
5.एक आसमांये दो जहांतू है कहाँ-2
तेरी याद में हर घड़ीरात भीगी दिन वही
6.हम वो है जो भगवान को भूल गएतुम्हारे जैसे लोग तो कितने आये और गए
7.बात झूठी ही फेंकनी है तो कुछ कमाल फेको
तुम्हारे अंदर तो कुछ नही कभी मेरे अंदर का भूचाल देखो
देह तो तुम केवल जलवों से ही फ़सा लोगी मालूम है
और अब आत्मा भी फ़से कोई ऐसा जाल फेको
8.जो गलती मैने की नहीतो सजा भी मैंने जी नहीलौट के वो आया नहीऔर सदाये मैंने दी नही
9.हाँ मैं कुछ भी नही हूँ फिर भी तुम्हरा हूँ।शमन तुम बहुत कुछ हो तो मेरे क्यों नही-शमन
10.हम भंवर से किनारे थे
लेकिन किनारों के सहारे थेवो किनारे भी किसी केसहारों के सहारे थे
11.तुम छोड़ गयी तो उम्र भर तलाश रहेगीमेरी खासियत तू औरों में ढूढ़ती फ़िरेगीइन दिनों प्यार और नफरत की हद हैतुम्हे मार देना है और ये हसरत रहेगी।
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