जनता भोली बहुत देहातों वाली................136

 


 बातें देहात की 

रातें देहात की
करवटें देहात की
सिलवटे देहात की
किसी ने न कभी बात की
की भी तो अपनी जात की
विनम्र सी एक बात की
समग्र से एक गांव की
कुछ वोट ले रहे है
अम्बेडकर के नाम की
जरूरते है सब की
दवा, सड़क मकान की
हम बता रहे नेताओ से
आवाज में हिन्दुस्तान की
इज्जत करना सीख लो
तुम देहाती इंसान की
 बातें देहात की .........................

 


सौ मे से 75 वाली
अब तक कि 77 वाली
साफ सफाई मेहतर वाली
देहाती यह बेहतर वाली
सकल घनी आबादी वाली
धोती कुर्ता खादी वाली
हर घर की उस बाई वाली
मां सी तुम्हारी आई वाली
रात भयानक काली वाली
ये सब रहते खाली खाली
अड़िया बर्तन गगरी खाली
अबकी गेहूं की डेहरी खाली
सुबह जगे तो काम से खाली
रात को सोये तो पेट भी खाली
हमको एक बात बस कहना खाली
जनता भोली बहुत देहात की
                                बातें देहात की ......................



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