बातें देहात की
रातें देहात कीकरवटें देहात कीसिलवटे देहात कीकिसी ने न कभी बात कीकी भी तो अपनी जात कीविनम्र सी एक बात कीसमग्र से एक गांव कीकुछ वोट ले रहे हैअम्बेडकर के नाम कीजरूरते है सब कीदवा, सड़क मकान कीहम बता रहे नेताओ सेआवाज में हिन्दुस्तान कीइज्जत करना सीख लोतुम देहाती इंसान की
बातें देहात की .........................
सौ मे से 75 वालीअब तक कि 77 वालीसाफ सफाई मेहतर वालीदेहाती यह बेहतर वालीसकल घनी आबादी वालीधोती कुर्ता खादी वालीहर घर की उस बाई वालीमां सी तुम्हारी आई वालीरात भयानक काली वालीये सब रहते खाली खालीअड़िया बर्तन गगरी खालीअबकी गेहूं की डेहरी खालीसुबह जगे तो काम से खालीरात को सोये तो पेट भी खालीहमको एक बात बस कहना खालीजनता भोली बहुत देहात की
बातें देहात की ......................
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