ख्वाइश ये की सबको पसन्द आना
और मुताबिक उनके फिर बदल जाना
तुम्ही ने बनाया है भूलभुलैया मुझकोआखिरी रास्ता हूँ तुम्ही न भूल जाना
एक तुम्ही हो जो मुझको जान-ते हो
लोगों की तो आदत है अंदाजा लगना
जितना तू जानती है मेरे बारे में उतनामेरे खुद बसका नही खुद को समझ पाना
मुझे मालूम है तू वापस नही लौटेगी परजिसे ताउम्र तकता रहूँ वो राह बता जाना
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