याद.................54

 ऐसा नही तुम्हारी याद आती है,

आती है और दिन रात आती है।

 

नफरत करने की कोसिस कर रहा हूँ
मोहब्बत है कि औऱ बढ़ी जाती है।

 

हर पराये से जो झूठ कहता रहा हूँ,
वो सच बात भी तुम से न कही जाती है।

 

ऐसा नही की उसके पास रहा हूँ
पर आज कल तन्हाई ज्यादा बढ़ी जाती ह

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