भूला हूँ उसको उसी की याद आती है
नौ इंची चाहरदीवारी में जान जाती है।उसे नही पता कि इंतजार रहता है।
गुस्से में उस पर ज्यादा प्यार रहता है।
रात के साये मुझे आजमाने निकले है
नही पता हमारे बाद ही जमाने निकले है
हूँ खुश की उसे नींद बहुत आती है।
इस लिए वो थोड़ा जल्दी सो जाती है
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