1. पहले में खुद से अब तुम से भी बातें किया करता हूँ।
मरता था हर रोज मैं अब मर के जिया करता हूँ।
बेजुबान से पौधे मेरी जिंदगी में आना चाहते है,बड़े होकर चाहे कष्ट दे पर फिर भी पानी दिया करता हूँ।2. मेरी निगाहें फितरत है रातों में जागनाइन आँखों में अजीब स सपना कब नही था।लेकिंन मिला तो यार परसो ही था उससेपता नही अब भविष्य नही या तब नही था।3.तेरी बातों को सोचना रहेगा जारी,तुझे पता है तू मंजिल नही हमारी।एक पेड़ की दोस्ती हो गयी है तोते सेक्या जंगल बसने के बाद भी रहेगी यारी।4.अपनी हक़ीक़त कुछ इस तरह बयाँ मैं करूँ,तुझे भुलाने की कोशिश में,याद ज्यादा मैं करूँ।5.हर बार की तरह अपने आप पर खुद्दारी बहुत थी,अबकी बार बाढ़ भी गांव में आयी भी बहुत थी।वो जो निशान लगा रखे थे भिगोने के लिएडूब कर भी भीगे नही पानी मे किफायत बहुत थी।6.फलो का पेड़ से गिरना,बिना मौसम बारिश का होना।इसे मैं भीख समझूँ या तेरा दुनियां में करिश्मा का होना।बिना मांगे जो तूने दिया तो तेरा सुक्रिया अदा करूँमांगने पर जो न दिया था, तो तय है बगावत का होना7.वो जो छुपाये रहा हूँ खुद से ही उसे भी कह डालूं क्या,तेरा मेरी जिंदगी में होना है इसे भी मज़ाक समझूँ क्या।ये जो पहले दिन के वादे को नही निभाया है आप नेइसे नेता गिरी सौक या आती जाती सरकार समझूं क्या।8.वो जो छुपाये रहा हूँ खुद से ही उसे भी कह डालूं क्या,तेरा मेरी जिंदगी में होना है इसे भी मज़ाक समझूँ क्या।ये जो पहले दिन के वादे को नही निभाया है आप नेइसे नेता गिरी सौक या आती जाती सरकार समझूं क्या।9.ये जो तेरे न होने में भी तेरा होना है।ये तेरे होने से होना या तेरे न होने से होना है।ये मेरा पागलपन या तेरे कोई जादू का होना है।10.मैने कभी ख़ुदा को नही माना,लेकिन आजमैंने किसी को खुदा जरूर माना है।अब देखना हैंख़ुदा मतलबी होते है,यामतलबी खुदा होतें हैं।11.दिखता नही है फिर भी मैं बाज हूँ।शमन करता हूँ फिर भी मैं आग हूँ,किसी को नही देना चाहता मैं हर्षिताबेसुरा राग है फिर भी मैं अनुराग हूँ।12.जो मैं कर रहा गलत तो नही हैफिर गलत नही तो सही भी नही हैअच्छी बात है, बात कोई भी नही है,और मैंने उससे कही भी नही है।13.जो मैं कर रहा गलत तो नही हैफिर गलत नही तो सही भी नही हैअच्छी बात है, बात कोई भी नही है,और मैंने उससे कही भी नही है।
शायरी................ 37
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