पसीने में भीगी हुई वो
रात में जागी हुई वो
किसी के लिए
दुआ में माँगी हुई वो
शमन मुझे पसंद है
.......
मुझको देखती हुई वो
मुझको रोकती हुई वो
मुझको टोकती हुई वो
बेमतलब सब कुछ
यूँ ही फेंकती हुई वो
शमन मुझे पसन्द है ......
राह चलती हुई वो
बात करती हुई वो
बात बात पे, बिना बात के
चिढ़ती हुई वो
शमन मुझे पसन्द है......
उसे घूमना पसंद है
मुझे घूमती हुई वो
उसे तैयार होना पसन्द है
मुझे तैयार होती हुई वो
उसे चेहरे पर जुल्फ लटकाना पसंद है
मझे जुल्फ लटकाए हुए वो
पसंद है.....
उसको बात बात पे मुँह बनाना पसन्द है
मुझे मुँह बनाते हुए वो
उसे गोलगप्पे खाना पसन्द है
मुझे गोलगप्पे खाते हुए वो
उसे गाना पसन्द है
मुझे गाते हुए वो
पसन्द है....
उसे गुस्सा करना पसन्द है
मुझे गुस्सा करती हुई वो
जब कभी वो डर जाती है
तो डरी हुई वो
उसे खेलना पसंद है
मुझे खेलती हुई वो
उसे काम करना पसन्द है
मुझे काम करती हुई वो
उसे बारिस में भीगने पसन्द है
मुझे भीगती हुई वो
पसन्द है.....
उसे काजल लगाना पसंद है
मुझे काजल लगाए हुए वो
उसे शॉर्टस पसन्द है
मुझे पहने हुए वो
पसन्द है.....
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