आज बारिश हुई है .........63

 आज बारिश हुई है 

आज फिर कई आँसू बहे होंगे।
आज अर्थी सजी है
आज फिर अरमान जले होंगे
आज आग लगी है
आज फिर तो पानी जला होगा
आज बून्द टपकी है
आज फिर आसमान चुआ होगा
आज बात चली है
आज तो झूठ के किस्से चले होंगे
आज बारिश..........

 

आज खाना खाया नही
आज तो बस चूल्हा ही जलाया होगा
आज वो बीमार होगी
आज फिर तो बैद को बुलाया होगा
आज खुद सोई है
आज खुद को फिर जगाने लगी होगी
आज जब सपना देखा होगा
आज सपने में भी याद आने लगी होगी
आज परेशान हैं
आज फिर दीपक बुझा दिए होंगे

 

आज बारिश.....

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