याद तुझे फिर भी आऊँगा 25


































जलते जलते जल जाएगी 
याद तेरी फिर भी आएगी।

चलते चलते रह जाऊँगा।
याद तुझे फिर भी आऊंगा।

देश मे होली का मौसम
सरहद पर गोली का मौसम

पूण्य समय है अर्थ वीर का
देश की रक्षा करे नीड़ सा

असहनीय पीड़ा से बढ़ कर
डटे हुए सिमा पर लड़कर


अधम धधक पौरुष से अड़ कर
सरहद पर होली हो जाएगी।

जलते जलते जल.............

गली गोपचे रंग छा रहा
चुनाव भी नजदीक आ रहा

आने वाले सब आये है,
सब की इतने कब आए है।

गांव में मैं जब भी आया हूँ ।

साये के संग मिल पाया हूं।

जाति कुजाति एक संग है
मिल मिल कर मिल गए रंग है

लिए हुए रंग कोई प्यार का
जीत का कोई ले रहा मजा हार का

ऋतु बसन्त की हवा दीवानी,
हो भांग मिली इतनी मस्तानी।

ये संग मुझको भी ले जाएगी।
जलते जलते जल...........

मैं इठलाता बलखता सा
चल दिया तनिक किन्तु रुका सा

हर्षित मन में सोच रहा था।
सोच रहा वह पूर्व व्यथा थी

फिर उमंग की लहर दौड़ गयी,
ज्यों नदी पुराना खेत छोड़ गयी।

मैंने डाला रंग में अमीर,
बालो में रगड़ा थोड़ा समीर।

मैं दौड़ा जहां बैठी भौजी
ज्यादा प्यारी थोड़ी मन मौजी।

रंग उड़ाया मला गुलाल
मन मे न रह गया मलाल

स्मृति थी स्म्रति रह जायेगी।
जलते जलते जल............

घर मे मैं सबसे छोटा हूँ
छोटा की इतना छोटा हूँ

गलती में मैं ही होता हूँ,
गुस्से में ज्यादा हँसता हूँ।

फिर भी जो मुझे मिला है,
उसका मुझको सिर्फ गिला है।

जो मिला मुझे कोई मोल नही
अब मेरे जीवन मे और नही

हो गया हठी खुद ही खुदपर
नही विजय अपने ही मनपर

जो जोड़ा था उसका तोड़ नही
क्या जीत हार में हो पाएगी
जलते जलते..........

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