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कभी हँस के कभी गा कर| कभी रो रो के गुजारा किया| बीच मे हैं इस लिये कि हमने किनारों से किनारा किया|
कभी हँस के कभी गा कर|
कभी रो रो के गुजारा किया|
बीच मे हैं इस लिये कि
हमने किनारों से किनारा किया|
वो ज़ुल्फ़ झटक कर घूमी और फिर उसने नजरो से इशारा किया|
वो ज़ुल्फ़ झटक कर घूमी और
फिर उसने नजरो से इशारा किया|
मैं होठो के लब्जो से था बंधा,पर दिल मेरा दिल से पुकारा किया|
मैं होठो के लब्जो से था बंधा,पर
दिल मेरा दिल से पुकारा किया|
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