जिंदगी कट रही है बस तुझे सोचते..................124



 जिंदगी कट रही है बस तुझे सोचते

तू होती साथ तो कुछ बड़ा सोचते

बाहों में हमारी सांसे रुक गयी उसकी
हम बचाने के तरीकों को रहे सोचते

पुण्य करने की सबको तब सूझती
मारने के बाद की जब जिंदगी सोचते

दिमाक पुरानी यादों में गुम रहता है
हम तुमसे मिलने की सोचते तो कैसे सोचते

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