Twitter @satyam5776
न मिलने सा मिलना, दूरी सी दूर मिली तन्हाई जो न मिलनी थी वो मुझको खूब मिली
न मिलने सा मिलना, दूरी सी दूर मिली
तन्हाई जो न मिलनी थी वो मुझको खूब मिली
लोग मिलते है जैसे अब की ईद 'शमन" मुझको ऐसे ही सब दिन महबूब मिली -shman
लोग मिलते है जैसे अब की ईद 'शमन"
मुझको ऐसे ही सब दिन महबूब मिली
-shman
No comments:
Post a Comment